जेईई मेन 2025: टाई-ब्रेकिंग मानदंड में बदलाव
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE मेन 2025 के लिए टाई-ब्रेकिंग मानदंड में बदलाव किए हैं। अब टाई-ब्रेकिंग के लिए आयु और आवेदन संख्या का उपयोग नहीं किया जाएगा। यह बदलाव प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए है, और इसका उद्देश्य रैंकिंग प्रणाली को अधिक निष्पक्ष और मानकीकृत बनाना है।
जेईई मेन 2025: आयु और आवेदन संख्या अब महत्वपूर्ण नहीं
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जेईई मेन 2025 के लिए टाई-ब्रेकिंग क्राइटेरिया में बदलाव किए हैं। यह बदलाव उन छात्रों के लिए है जो भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए इस परीक्षा में शामिल होते हैं। नए नियमों के अनुसार, अब उम्र और आवेदन संख्या का उपयोग टाई-ब्रेकिंग के लिए नहीं किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य रैंकिंग प्रणाली को और अधिक निष्पक्ष और मानकीकृत बनाना है।
जेईई मेन 2025 के नए टाई-ब्रेकिंग क्राइटेरिया
जेईई मेन 2025 के लिए टाई-ब्रेकिंग क्राइटेरिया को अब उम्र और आवेदन क्रम के बजाय शैक्षणिक प्रदर्शन पर केंद्रित किया गया है। यदि दो या अधिक छात्रों के अंक समान आते हैं, तो नए क्राइटेरिया इस प्रकार काम करेंगे:
- गणित में उच्चतम अंक: जिस छात्र के गणित में अधिक अंक होंगे, उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
- भौतिकी के अंक: यदि टाई जारी रहती है, तो भौतिकी में अधिक अंक पाने वाले छात्र को वरीयता मिलेगी।
- रसायन विज्ञान के अंक: इसके बाद भी टाई रहने पर, रसायन विज्ञान में अधिक अंक वाले को प्राथमिकता दी जाएगी।
- सभी विषयों में कुल अंक: यदि टाई अब भी बनी रहती है, तो सभी विषयों में कुल अंक को ध्यान में रखा जाएगा।
- कम गलत उत्तर: अंतिम क्राइटेरिया के रूप में, कम गलत उत्तर वाले छात्र को प्राथमिकता मिलेगी।
यह बदलाव क्यों?
अधिकारियों के अनुसार, यह बदलाव जेईई मेन परीक्षा को एक मेरिट-आधारित प्रणाली के साथ जोड़ता है, जो उम्र या अन्य गैर-शैक्षणिक कारकों के बजाय विषयों के अंकों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस नए सिस्टम का उद्देश्य छात्रों का अधिक संतुलित मूल्यांकन करना है और उम्र-आधारित या आवेदन-आधारित कारकों से होने वाले पक्षपात को कम करना है।
छात्रों पर प्रभाव
इस बदलाव के साथ, अब छात्र केवल अपनी परीक्षा प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और उम्र जैसे कारकों की चिंता छोड़ सकते हैं। यह नया टाई-ब्रेकिंग सिस्टम जेईई मेन 2025 के ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रारूपों पर लागू होगा। इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता प्राप्त करने की आकांक्षा रखने वाले छात्रों के लिए, यह अपडेट एक अधिक निष्पक्ष रैंकिंग प्रक्रिया का वादा करता है, जो केवल शैक्षणिक उपलब्धियों पर आधारित है।
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