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हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) हरियाणा राज्य में विभिन्न सिविल सेवाओं और प्रशासनिक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। निष्पक्षता, पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए स्थापित, HPSC हरियाणा के प्रशासनिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

HPSC का इतिहास और विकास

हरियाणा लोक सेवा आयोग का गठन 1 नवंबर, 1966 को हुआ था, जब पंजाब से हरियाणा राज्य का गठन हुआ था। अपनी स्थापना के बाद से, HPSC ने निष्पक्ष भर्ती प्रक्रियाओं को बनाए रखने के लिए विभिन्न परीक्षाओं और साक्षात्कारों का आयोजन किया है।

कार्य और जिम्मेदारियां

HPSC का मुख्य कार्य राज्य की सेवाओं में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करना है। इसकी जिम्मेदारियों में शामिल हैं:

  1. प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से भर्ती: HPSC विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करता है, जिसमें हरियाणा सिविल सेवा (HCS) परीक्षा शामिल है, जो राज्य सरकार के विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए अधिकारियों की भर्ती करता है।
  2. साक्षात्कारों के माध्यम से सीधी भर्ती: कुछ पदों के लिए, HPSC साक्षात्कारों के माध्यम से सीधी भर्ती करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन हो।
  3. सलाहकार भूमिका: HPSC राज्य सरकार को भर्ती के तरीकों, पदोन्नति, तबादलों और अनुशासनात्मक कार्रवाइयों से संबंधित मामलों पर सलाह देता है।
  4. पदोन्नति और तबादले: आयोग राज्य सेवाओं में अधिकारियों की पदोन्नति और तबादले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

HPSC द्वारा आयोजित प्रमुख परीक्षाएं

  1. हरियाणा सिविल सेवा (HCS): HPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक, HCS परीक्षा विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती करती है, जिसमें हरियाणा सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा), पुलिस उपाधीक्षक (DSP), और अन्य शामिल हैं।
  2. सरकारी कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर: HPSC सरकारी कॉलेजों में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
  3. न्यायिक सेवाएं: हरियाणा न्यायिक सेवा परीक्षा एक और महत्वपूर्ण परीक्षा है जो HPSC द्वारा आयोजित की जाती है, जिससे अधीनस्थ न्यायपालिका के लिए न्यायाधीशों की भर्ती होती है।

भर्ती प्रक्रिया

HPSC मेरिट-आधारित चयन सुनिश्चित करने के लिए एक कठोर भर्ती प्रक्रिया का पालन करता है:

  1. सूचना: आयोग विभिन्न पदों के लिए अधिसूचनाएं जारी करता है, जिसमें पात्रता मानदंड, पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न का विवरण होता है।
  2. आवेदन प्रक्रिया: उम्मीदवारों को आधिकारिक HPSC वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन प्रक्रिया उपयोगकर्ता के अनुकूल है, जिससे उम्मीदवार आसानी से अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।
  3. परीक्षाएं: पद के अनुसार, उम्मीदवारों को लिखित परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाएं शामिल हो सकती हैं।
  4. साक्षात्कार: कुछ पदों के लिए, उम्मीदवारों की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए साक्षात्कार आयोजित किए जाते हैं।
  5. अंतिम चयन: परीक्षाओं और साक्षात्कारों में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है।

पारदर्शिता और जवाबदेही

HPSC अपनी भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। आयोग नियमित रूप से अपनी वेबसाइट पर परीक्षा कार्यक्रम, परिणाम और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं को अपडेट करता रहता है। इसके अलावा, HPSC चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष और निष्पक्ष बनाने के लिए सुनिश्चित करता है, जिससे सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिलें।

हाल की पहल और भविष्य की योजनाएं

हाल के वर्षों में, HPSC ने अपने प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए तकनीक को अपनाया है। आयोग ने ऑनलाइन आवेदन प्रणाली, ई-प्रवेश पत्र और उत्तर पत्रक की डिजिटल मूल्यांकन को पेश किया है ताकि दक्षता बढ़ाई जा सके और मैनुअल त्रुटियों को कम किया जा सके। भविष्य में, HPSC उन्नत प्रौद्योगिकियों और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर अपनी भर्ती प्रक्रियाओं में और सुधार करने की योजना बना रहा है।