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भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) के बारे में
भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) भारत में एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो देश में उद्योग के विकास के लिए क्रेडिट और अन्य वित्तीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था। यहां इसका संपूर्ण विवरण प्रस्तुत है:
इतिहास और स्थापना
- स्थापना: IDBI की स्थापना 1964 में एक संसद अधिनियम के द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य उद्योग के विकास के लिए क्रेडिट और अन्य सुविधाएं प्रदान करना था। प्रारंभ में, यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एक सहायक इकाई के रूप में कार्य करता था।
- स्वायत्तता: 1976 में, IDBI का स्वामित्व भारत सरकार को हस्तांतरित कर दिया गया, जिससे यह एक स्वतंत्र इकाई बन गया।
मुख्य कार्य
1. परियोजना वित्तपोषण: IDBI बड़े और मध्यम आकार के औद्योगिक उद्यमों को मध्यम से दीर्घकालिक परियोजना वित्तपोषण प्रदान करता है।
2. कार्यशील पूंजी: यह व्यवसायों की अल्पकालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्यशील पूंजी वित्तपोषण प्रदान करता है।
3. प्रत्यक्ष ऋण और अग्रिम: बैंक औद्योगिक उद्यमों को प्रत्यक्ष ऋण और अग्रिम देता है।
4. अंडरराइटिंग: यह स्टॉक, शेयर, बांड और डिबेंचर के निर्गम को अंडरराइट करता है।
5. तकनीकी और परामर्श सेवाएं: IDBI उद्योगों के संवर्धन, प्रबंधन और विस्तार के लिए तकनीकी और परामर्श सेवाएं प्रदान करता है।
विकास और पुनर्गठन
- बैंकिंग व्यवसाय: 2004 में, IDBI को एक बैंकिंग कंपनी में परिवर्तित किया गया, जिससे इसके कार्यों में बैंकिंग सेवाएं भी शामिल हो गईं और इसका नाम IDBI बैंक हो गया।
- विलय: 2005 में, IDBI अपने सहायक IDBI बैंक के साथ विलय हो गया, जिससे उनके संचालन को संयुक्त किया गया।
- सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक: प्रारंभ में एक विकास वित्तीय संस्थान होने के बावजूद, IDBI बैंक अब एक पूर्ण सेवा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है।
स्वामित्व और नियंत्रण
- सरकारी हिस्सेदारी: ऐतिहासिक रूप से, भारत सरकार के पास IDBI में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी थी। हालांकि, समय के साथ यह हिस्सेदारी कम हो गई है।
- LIC की हिस्सेदारी: जनवरी 2019 में, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने IDBI बैंक में 51% की नियंत्रित हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया, जिससे LIC बैंक का प्रमोटर बन गया।
सेवाएं और उत्पाद
1. खुदरा बैंकिंग: IDBI बैंक विभिन्न खुदरा बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है, जिनमें बचत और चालू खाते, सावधि जमा और ऋण शामिल हैं।
2. कॉर्पोरेट बैंकिंग: यह विभिन्न कॉर्पोरेट बैंकिंग उत्पाद प्रदान करता है, जिनमें कॉर्पोरेट ऋण, कार्यशील पूंजी वित्तपोषण और व्यापार वित्त शामिल हैं।
3. कृषि और ग्रामीण बैंकिंग: बैंक समर्पित वित्तीय उत्पादों के माध्यम से कृषि और ग्रामीण विकास का समर्थन करता है।
4. ट्रेजरी सेवाएं: IDBI बैंक ट्रेजरी सेवाएं प्रदान करता है, जिनमें विदेशी मुद्रा, डेरिवेटिव और मनी मार्केट संचालन शामिल हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
- राजस्व और लाभ: अन्य बैंकों की तरह, IDBI का वित्तीय प्रदर्शन राजस्व, लाभ और प्रमुख वित्तीय अनुपातों के आधार पर आंका जाता है। यह अपनी वार्षिक रिपोर्ट में अपनी वित्तीय स्थिति और प्रदर्शन का विवरण प्रकाशित करता है।
चुनौतियां और सुधार
- एनपीए मुद्दे: IDBI बैंक को गैर-निष्पादित आस्तियों (NPAs) के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसने इसकी वित्तीय स्थिरता को प्रभावित किया है।
- पुनर्पूंजीकरण: सरकार और LIC ने बैंक की बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए पूंजी समर्थन प्रदान किया है।
- रणनीतिक सुधार: संचालन दक्षता और वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार के लिए चल रहे सुधार और रणनीतिक उपाय किए जा रहे हैं।
मुख्यालय और नेटवर्क
- मुख्यालय: IDBI बैंक का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में स्थित है।
- शाखा नेटवर्क: बैंक के पास पूरे भारत में शाखाओं और एटीएम का व्यापक नेटवर्क है, जो लाखों ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।
भविष्य की संभावनाएं
- डिजिटल परिवर्तन: IDBI बैंक ग्राहक अनुभव और संचालन दक्षता को बढ़ाने के लिए डिजिटल बैंकिंग सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
- विस्तार योजनाएं: बैंक का उद्देश्य अपने उत्पाद प्रसाद को विविध बनाते हुए अपने पदचिह्न को बढ़ाना और व्यापक ग्राहक आधार को पूरा करना है।
संक्षेप में, भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) एक विकास वित्तीय संस्थान से एक पूर्ण सेवा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में विकसित हुआ है, जो भारत के औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।