About | बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMI) , MAHARASHTRA Check here latest notification

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC), जिसे ग्रेटर मुंबई नगर निगम (MCGM) के नाम से भी जाना जाता है, मुंबई शहर के प्रशासन के लिए जिम्मेदार प्रमुख नागरिक निकाय है। यह महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई का प्रशासन संभालता है। 1888 में बंबई नगर निगम अधिनियम के तहत स्थापित, BMC भारत की सबसे धनी नगर निगम है।

मुख्य कार्य:

  1. सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता: BMC अस्पतालों, क्लीनिकों और सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों की देखरेख करता है, साथ ही मुंबई के निवासियों के लिए स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करता है।
  2. इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास: BMC सड़कों, पुलों और सार्वजनिक भवनों के निर्माण और रखरखाव के साथ-साथ शहर के ड्रेनेज सिस्टम के लिए जिम्मेदार है।
  3. शिक्षा: BMC मुंबई में कई स्कूलों का प्रबंधन करता है, जो प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा प्रदान करता है।
  4. शहरी योजना: BMC नगर नियोजन, भूमि उपयोग प्रबंधन और सतत शहरी विकास सुनिश्चित करने के लिए भवन निर्माण नियंत्रण में शामिल है।
  5. आपातकालीन सेवाएँ: यह अग्निशमन सेवाओं, आपदा प्रबंधन और बाढ़ और महामारी जैसी आपात स्थितियों के लिए प्रतिक्रिया को संभालता है।

संरचना:

BMC का नेतृत्व एक नगर आयुक्त द्वारा किया जाता है, जो राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एक आईएएस अधिकारी होते हैं। चुने हुए प्रतिनिधियों में मेयर और जनरल बॉडी शामिल होते हैं, जिसमें मुंबई के विभिन्न वार्डों से चुने गए नगरसेवक शामिल होते हैं। नगर आयुक्त के पास कार्यकारी शक्तियाँ होती हैं, जबकि मेयर का भूमिका अधिकतर औपचारिक होती है।

राजस्व:

BMC का राजस्व संपत्ति कर, जल आपूर्ति शुल्क, और विभिन्न शुल्क और जुर्माने से आता है। इसका बजट अक्सर कुछ भारतीय राज्यों के बजट से भी बड़ा होता है।

चुनौतियाँ:

BMC को भीड़भाड़, झुग्गी प्रबंधन, मानसून के दौरान बाढ़, और तेजी से बढ़ते महानगर में पुरानी इन्फ्रास्ट्रक्चर की देखभाल जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

BMC के निर्णय मुंबई के नागरिकों के दैनिक जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं, जिससे यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक निकायों में से एक बन जाता है।