उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन

उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन" (यूपीएसआरएलएम) उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है जो राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को कम करने और सतत आजीविकाओं को बढ़ावा देने के लिए की गई है। 2011 में स्थापित की गई, यूपीएसआरएलएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अधीन कार्य करता है, जो कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की प्रमुख कार्यक्रम है।

यूपीएसआरएलएम का प्राथमिक लक्ष्य ग्रामीण घरों की आर्थिक स्थिति को मज़बूत करना है, उन्हें कौशल विकास, क्रेडिट की पहुँच, और स्व-सहायता समूह (एसएचजी) और उनके संघ की स्थापना के माध्यम से सशक्त बनाना है। यह मिशन ग्रामीण गरीबों, विशेष रूप से महिलाओं, को उनकी आय उत्पादन गतिविधियों और आय की समान्वय को बेहतर बनाने के लिए समर्थन प्रदान करने के लिए एक संभावनात्मक पर्यावर बनाने का लक्ष्य रखता है।

यूपीएसआरएलएम गरीब समुदायों को उदारीकृत करने के लिए सामाजिक जागरण और समुदाय-निर्मित विकास दृष्टिकोण पर केंद्रित है। यह समुदाय-आधारित संस्थानों के गठन को प्रोत्साहित करता है और उन्हें विभिन्न आजीविका पहलुओं को संचालित करने के लिए आवश्यक संसाधन, तकनीकी समर्थन और प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसमें कृषि, पशुपालन, गैर-कृषि गतिविधियाँ, और माइक्रो-उद्यम जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं।

अपने कार्यक्रमों के माध्यम से, यूपीएसआरएलएम ग्रामीण घरों की स्वायत्तता को मज़बूत करने का प्रयास करता है जिसके तहत उन्हें वित्तीय सेवाओं, बाजारों, और सरकारी योजनाओं की पहुँच मिल सके। यह स्व-सहायता, सह-सहायता, और समुदाय के निर्णय लेने में भागीदारी के सिद्धांतों को बढ़ावा देता है जिससे आधारस्तर पर सुस्तीपूर्ण परिवर्तन हो सके।

मिशन अपनी आर्थिक विकास प्रयासों के अलावा, समुदायों की सामाजिक पूंजी को बढ़ाने में भी संकल्पित है। यह समुदाय-आधारित संगठनों और पहलुओं को प्रोत्साहित करता है जो स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, और पर्यावरण जैसे विभिन्न सामाजिक मुद्दों का समाधान करते हैं। यह पूरी दृष्टि से विकसित और विकसित होने के लिए समुदायों में संपूर्ण विकास और विकास सुनिश्चित करता है।